प्रसंग -2: प्रेम क्यों और कितना महत्वपूर्ण है?

प्रसंग -2: प्रेम क्यों और कितना महत्वपूर्ण है?

प्रेम क्यों और कितना महत्वपूर्ण है? यदि किसी व्यथित और अशांत व्यक्ति से कोई स्नेह से इतना ही पूछ ले कि आप कैसे हैं? ठीक तो हैं ना? तो क्या पल भर में वह अपने दिल की बात सच-सच सामने प्रकट नहीं कर देगा? अवश्य ही कर देगा I स्नेह भरे कुछ शब्दों का ऐसा … Read more

प्रसंग-5 प्रेम: चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं रोगी के लिए

प्रसंग -5-प्रेम; चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं रोगी के लिए

प्रेम: चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं रोगी के लिए रोग से जूझ रहे किसी व्यक्ति को जब यह पता चल जाए कि उसके रोग के लिए दवा भी उपलब्ध है और चिकित्सक भी तो फिर उसके मन में आशा का ऐसा संचार होता है कि लगता है जैसे रोग की विदाई अब निश्चित है। रोग हमें … Read more